
The twenty-fifth part of the Quran : इस पारे में कुल 5 हिस्से हैं : [1] हा मीम सजदा का बचा हुआ हिस्सा [2] सूरह शूरा (मुकम्मल) [3] सूरह ज़ुखरुफ़ (मुकम्मल) [4] सूरह दुखान (मुकम्मल) [5] सूरह जासिया (मुकम्मल) The twenty-fifth part of the Quran : इस पारे में कुल 5 हिस्से हैं : [1] हा मीम सजदा का बचा हुआ हिस्सा [2] सूरह शूरा (मुकम्मल) [3] सूरह ज़ुखरुफ़ (मुकम्मल) [4] सूरह दुखान (मुकम्मल) [5] सूरह जासिया (मुकम्मल)
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MD ALFAIZ
The twenty-fifth part of the Quran [1] सूरह हा मीम सजदा के बचे हुए हिस्से में :
इस बात का बयान है कि अल्लाह ही आलिमुलगैब है जैसे कयामत का इल्म, शगूफे में क्या है उसका इल्म, हमल में क्या है और वज़अ हमल कब होगा, इन तमाम बातों का इल्म अल्लाह के इलावा किसी को नहीं है
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The twenty-fifth part of the Quran [2] सूरह शूरा में कई बातें हैं :
(1) अल्लाह तआला तमाम खज़ानों का मालिक है,
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له مقالید السموات والارض یبسط الرزق لمن یشاء ویقدر
(2) अल्लाह की कुदरत की बहुत सारी निशानियां हैँ बारिश का नुज़ूल, आसमानो ज़मीन की तखलीक, जानवरों की पैदाइश, समुंदर के पीठ पर कश्तियों का चलना वगैरह
(3) औलाद देने की ताकत सिर्फ और सिर्फ अल्लाह के पास है, वह जिसे चाहे सिर्फ लड़की दे, जिसे चाहे लड़का दे और जिसे चाहे दोनों दे और जिसे चाहे बाँझ कर दे
The twenty-fifth part of the Quran [3] सूरह ज़ुखरुफ़ में भी कई बातों का बयान है :
(1) गुज़स्ता अक्वाम का अपने आबाओ अजदाद की तकलीद और उसके नबी की तकज़ीब
(2) मूसा अलैहिस्सलाम और फिरौन का वाकया
(3) जन्नतियों और जहन्नमियों का बयान कि यह दोनों अपने अपने ठिकाने में किस तरह जिंदगी गुज़ार रहे होंगे
The twenty-fifth part of the Quran [4] सूरह दुखान में कई बातें हैं :
(1) कुरआन मजीद के नुज़ूल का बयान
(2) शबे कद्र का तज़केरा कि इसमें तमाम मज़बूत अम्र का फैसला होता है
(3) अहले मक्का की हठधर्मी कि नबूवत की निशानी देखने के बावजूद अपने कुफ्र पर अड़े रहे और कहा कि यह तो सिखाया हुआ मजनू है
(4) सजरतुज़्ज़कूम का बयान कि यह मुजरिमो का खाना होगा

The twenty-fifth part of the Quran [5] सूरह जासिया में भी बहुत सी बातें हैं :
(1) अल्लाह की निशानियां का तज़केरा है और आसमानो ज़मीन, इंसान, जानवर, रात व दिन का आना-जाना, बारिश का नुज़ूल और हवाओं में अल्लाह की कुदरते कामिला की निशानी हैँ
(2) अल्लाह की आयात का मज़ाक उड़ाने वाले कयामत के दिन फरामोश कर दिए जाएंगे और उन पर कोई तवज्जो नहीं दी जाएगी