हर चीज़ खुद से हलाल और हराम न बनाओ, लग्व कसमों (बिला क़स्द और इरादा वाली कसमो) पर मुआख्ज़ा नहीं होगा
अलबत्ता यमीने ग़मूस ( झूटी कसमों)पर कफ़्फ़ारा है, यानी दस मुस्कीन को दो वक्त का खाना खिलाना या
उन्हें पहनने के लिए कपड़े देना या एक गुलाम आज़ाद करना और इन तीनों को न कर सकने की सूरत में ती
न दिन रोज़े रखना
शराब, जुआ, बुत और पांसा हराम है
हालते एहराम में महरम तरी (पानी) का शिकार कर सकता है, खुश्की का नहीं
हरम में दाखिल होने वाले के लिए अमन है
चार किस्म के जानवर मुशरेकीन ने हराम कर रखे थे, बहीरह, सायबह, वसीलह और हाम