नज़ाकत के साथ बात न करें 

बिना ज़रूरत घर से न निकलें 

ज़माने जाहिलियत की ख्वातीन की तरह 

अपनी ज़ीनत और सत्र का इज़हार करते हुए बाहर न निकलें

नमाज़ की पाबंदी करें 

ज़कात दिया करें 

अल्लाह और उसके रसूल की इताअत करें

कुरआनी आयात की तिलावत और अहादीस का मज़ाकरह किया करें